वर्तमान में तिब्बत के सीमांत क्षेत्र में लगभग 90 हज़ार गरीब लोग रहते हैं। उनके आर्थिक और सामाजिक विकास की स्थिति को सुधारने की जरूरत है, ताकि वे जल्द से जल्द गरीबी से बाहर निकल सकें। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की पार्टी कमेटी के सचिव वू यिंग च्ये ने 19 जनवरी को ल्हासा में यह बात कही।
उस दिन तिब्बत का गरीबी उन्मूलन कार्य सम्मेलन ल्हासा में आयोजित हुआ। इसमें वर्ष 2017 तिब्बत का गरीबी उन्मूलन कार्य लक्ष्य बताया गया, यानी 1 लाख 30 हजार गरीब लोगों, 705 गरीब गांवों और 20 गरीब जिलों को गरीबी से बाहर निकालना और गरीब किसानों और चरवाहों की औसत प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि दर को 16 प्रतिशत से अधिक के स्तर पर पहुंचाना है।
वू यिंग च्ये ने कहा कि सीमांत क्षेत्र में गरीबी उन्मूलन और लोगों को समृद्ध बनाने पर कायम रहना चाहिए। सीमांत क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के निर्माण और उद्योग के विकास को तेज किया जाना चाहिए।
(मीनू)