कुछ समय पहले पूर्वी चीन के चच्यांग प्रांत के ई ऊ नगर में 8वें चीनी अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन माल मेले का आयोजन हुआ। इस सिलसिल में चीनी राष्ट्रीय पर्यटन महाब्यूरो के संबद्ध अधिकारी ने कहा कि विकसित देशों के मुकाबले चीन में पर्यटकों ने खरीद-फ़रोख्त पर जो खर्च किया है, वह पर्यटन-उद्योग से प्राप्त कुल आय के एक चौथाई भाग से भी कम है। अनुपात के लिहाज से यह बहुत कम है। ऐसे में चीन अपने पर्यटन-माल बाजार के विकास की बड़ी कोशिश करेगा।
चीनी राष्ट्रीय पर्यटन महाब्यूरो के उपप्रभारी ऊ वन-श्वे ने कहा कि इधर के वर्षों में चीन में पर्यटन-उद्योग के विकास के लिए अनेक प्रभावकारी आयोजन हुए हैं। इस समय चीन दुनिया में सब से बड़ा पर्यटन-बाजार बन गया है। पिछले साल देश में ही 4 अरब 22 करोड़ लोगों ने पर्यटन का आनन्द उठाया, जिनमें से 4 अरब 10 करोड़ लोग देश में घूमे और 12 करोड़ लोगों ने विदेशों का दौरा किया।
इन कामयाबियों के बावजूद चीनी पर्यटन-बाजार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों में ट्रैवल शोपिंग या पर्यटन-खरीदारी की कमी खास सिरदर्द है। आम बात यह है कि विकसित देशों में पर्यटन-खरीदारी से जो आमदनी प्राप्त होती है, उसका पर्यटन-आय में 60 से 70 प्रतिशत हिस्सा होता है। लेकिन चीन में यह अनुपात 40 प्रतिशत से कम है। पर्यटन माल बाजार के विकास की खातिर ही 8वां चीनी अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन माल मेला आयोजित किया गया, जिसमें 10 हजार 113 पर्यटन-कंपनियों ने अपने-अपने तिजारती उत्पाद प्रदर्शित किए और 7 लाख 85 हजार दर्शकों ने मेले का दौरा किया। मेले में जो सौदे पटे, उनका मूल्य 21 अरब 90 करोड़ य्वान से अधिक रहा।