22 अक्तूबर को सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत एनएएचएएम-3 नाम की मछुआ नाव पर सवार चीनी नाविकों की जान बचाई गई। इस मामले पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ह्वा छुन यिंग ने संवाददाताओं के संबंधित सवालों का जवाब दिया।
ह्वा छुन यिंग ने कहा कि वर्ष 2012 के मार्च में सोमाली समुद्री डाकुओं ने ओमानी राष्ट्रीयता वाली थाईवान की मछुआ नाव का अपहरण किया था। नौका पर 29 नाविक थे, जिनमें से 10 चीन की मुख्यभूमि और अन्य 2 थाईवान से आए थे, बाकी फिलीपींस, इंडोनेशिया, वियतनाम और कंबोडिया के 17 नाविक थे। नाविकों की जान बचाए जाने से पहले चीन की मुख्यभूमि के एक नाविक और थाईवान के एक नाविक समेत 3 लोगों की मौत हो गई थी। कई पक्षों की कोशिशों से पेइचिंग समय के अनुसार 22 अक्तूबर को बाकी 26 नाविकों की जान बचाई गई और संयुक्त राष्ट्र की संबंधित संस्था की सहायता में वे 23 अक्तूबर को केन्या पहुंचे। चीन सरकार के कार्य दल वहां चीन के नाविकों का स्वागत किया। संबंधित चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक परामर्श कार्य के बाद वे जल्द ही चीन लौटेंगे।
ह्वा छुन यिंग ने कहा कि चीन ने नाविकों की जान बचाने के कार्य में भाग लेने वाले सभी संस्थाओं और कर्मचारियों के प्रति आभार प्रकट किया, मारे गए 3 अपहृत नाविकों के प्रति गहरा शोक प्रकट किया और उनके परिजनों को संवेदना दी।
(वनिता)
1 2 3