टुस्क ने सम्मेलन से पहले मीडिया से कहा कि हमें पश्चिमी बाल्कन रूट पर हमेशा के लिए गैर-कानूनी प्रवासियों को रोकने की गारंटी सुनिश्चित करनी चाहिए और कारगर रूप से बाहरी सीमा पर नियंत्रित करना चाहिए। कुंजीभूत सवाल यह है कि बाल्कन क्षेत्र के देशों को तुर्की के साथ घनिष्ट सहयोग करना चाहिए।
ऑस्ट्रिया के प्रधानमंत्री क्रिस्टियन कर्ण ने सम्मेलन के बाद भी यूरोपीय संघ की बाहरी सीमा की रक्षा करने के महत्व पर जोर दिया।
उधर एंजेला मार्कल ने कहा कि हमें उत्तरी अफ्रीकी देशों, अफगान व पाकिस्तान के साथ शरणार्थियों के स्वदेश वापस भेजने के समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहिए, साथ ही मित्र तथा अन्य अफ्रीकी देशों के साथ यूरोपीय संघ व तुर्की के साथ सहयोग करके शरणार्थी संकट का हल करने के समझौते पर भी हस्ताक्षर करना चाहिए।
ग्रीस, अल्बानिया, मैसेडोनिया, बल्गारिया, सेलविया, क्रोडिया, रोमानिया, हंगरी और स्लोवनिया आदि देशों के नेता शिखर सम्मेलन में उपस्थित हुए।
(श्याओयांग)