भारतीय विप्रो समूह ने 22 सितंबर को हांगकांग में यह घोषणा की कि उसने चीन के एफएमसीजी उपक्रम च्योंग शान वस्तु लिमिटेड कंपनी के सभी स्टॉक का अधिग्रहण करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए। अधिग्रहण समाप्त होने के बाद चीन में विप्रो समूह की बिक्री एक अरब चीनी युआन तक पहुंचेगी। वर्ष 2007 उस की बिक्री रकम 8 करोड़ 20 लाख थी।
विप्रो समूह के पूर्वी एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका विभाग के निदेशक नागेंद्र आर्य ने कहा कि चीन की मुख्य भूमि का बाजार बड़ा है और उसकी शक्ति निहित है। विप्रो समूह धीरे धीरे मुख्य भूमि और हांगकांग के व्यापार का विस्तार करेगा।
नागेंद्र आर्य ने कहा कि "एक पट्टी एक मार्ग" रणनीति योजना से विप्रो समूह के विकास को महत्वपूर्ण मौका मिला। इस रणनीतिक योजना में उस समूह के उत्पाद "एक पट्टी एक मार्ग" से संबंधित देशों और क्षेत्रों में प्रवेश कर सकते हैं।
(वनिता)