चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और उनकी पत्नी फंग ली-य्वान ने 4 सितम्बर को हांगजो में शुरू हए जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे सभी अतिथियों के सम्मान में मशहर शी त्सी हॉटल में भव्य भोज दिया।
इस के मौके पर शी निचफिंग ने चीन सरकार और चीनी जनता की ओर से सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हांगजो 'लोक स्वर्ग' के नाम से जाना जाता है। यहां झील, पहाड़ जैसी सुरम्य प्रकृति और सांस्कृतिक अवशेष देखने को मिलते हैं। इन तमाम सुन्दर दृश्यों को आपस में जोड़ने वाले एक-एक पुल भी बहुत पुराने और खूबसूरत हैं। वर्तमान जी-20 सम्मेलन का लोगो इसी खूबसूरती पर आधारित है।
शी चिनफिंग ने जोर देकर कहा कि जी-20 एक पुल की तरह है, जिसके जरिए लोग चारों ओर से इकट्ठा हो जाते हैं। यह एक मैत्री-पुल है, जिसके जरिए हम मैत्री के बीजों की पूरी दुनिया में बुवाई करते हैं। यह एक सहयोग का पुल है, जिसके जरिए हम साथ मिलकर प्रमुख मुद्दों पर विचार-विर्मश करते हैं, समंवय को मजबूत करते हैं, सहयोग को बढ़ाते हैं और साझा जीत हासिल करने की कोशिश करते हैं। यह एक भविष्य का पुल है, जिसके जरिए हम भाग्य, दुःख को साझा करते हैं और हाथ में हाथ मिलाकर और भी उज्जवल भविष्य का स्वागत करते हैं।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि हम अपने अपने देशों की जनता की अभिलाषा एवं प्रतीक्षा लेकर हांगजो में इकट्ठा हुए हैं और समान मिशन के लिए यहां आए हैं। हम नवोन्मेषी, उर्जित, अंतर्संबंधित और समावेशी वैश्विक अर्थतंत्र की स्थापना के लिए मजबूत विकास का नया दौर शुरू करेंगे, साझा जीत की भावना से आपसी समझ, सहमति और एकता को बढ़ाएंगे तथा विकास के रास्ते पर पूरी दुनिया का नेतृत्व करते हुए मानव-जाति की समान समृद्धि एवं प्रगति में और अधिक योगदान करेंगे।
भोज के बाद शी चिनफिंग और उनकी पत्नी ने सभी अतिथियों के साथ शी हू झील यानी पश्चिमी झील के किनारे आयोजित 'हांगजो•याद' नाम के संगीत-समारोह का लुत्फ उठाया।