जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 4 से 5 सितंबर को चीन के हांगचो शहर में आयोजित होगा । विश्व में अनेक विशेषज्ञों का मानना है कि जी-20 शिखर सम्मेलन विश्व के सामने विकास का नया विचार और दिशा पहुंचाएगा और विकासमान देशों के लिए अनुभव और मौका तैयार करेगा ।
अमेरिका के इलिनोस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर खैरी टोर्क ने हमारे संवाददाता से हुई बातचीत में कहा कि वर्तमान में विश्व अर्थतंत्र मुश्किल दौर से गुजर रहा है । अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष संगठन ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में वैश्विक आर्थिक विकास दर का पूर्वानुमान जारी किया । इस वर्ष और अगले वर्ष की विश्व आर्थिक वृद्धि क्रमशः 3.1 व 3.4 प्रतिशत रहेगी जो पहले के पूर्वानुमान से कम रही है । इसी स्थिति में सप्लाई पक्ष के प्रति रुपांतर करना अनिवार्य होगा ।
प्रोफेसर टोर्क ने कहा कि चीनी अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन उत्साहजनक है । चीन के आर्थिक विकास से यह निकलेगा कि चीन विश्व अर्थतंत्र का प्रमुख लंगर और इंजन बनेगा । साथ ही चीनी मुद्रा रेनमिनबी का रुपांतर भी महत्वपूर्ण है क्योंकि स्थिर रेनमिनबी विश्व की आर्थिक स्थिरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है ।
प्रोफेसर टोर्क ने यह आशा जतायी है कि जी-20 के शिखर सम्मेलन में विकासशील देशों के औद्योगीकरण पर ध्यान दिया जाएगा और चीन में आर्थिक विकास की उपलब्धियों से दूसरे विकासमान देशों के लिए मूल्यवान अनुभव और मौका मुहैया किये जाएंगे ।
( हूमिन )