इस बार के जी 20 शिखर सम्मेलन का मुद्दा सृजन, शक्तिशाली, लिंकेज व सहनशील विश्व अर्थव्यवस्था की स्थापना है। जी20 के सदस्य देशों की कुल अर्थव्यवस्था विश्व जीडीपी का 90 प्रतिशत तक है। उनका व्यापार विश्व व्यापार का 80 प्रतिशत है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के रुझान पर बड़ा असर डालती है। वैश्विक आर्थिक मंदी, और व्यापारिक वृद्धि के पिछले तीन दशक में सबसे कम रहने के परिप्रेक्ष्य में विभिन्न पक्षों को आशा है कि आगामी सम्मेलन से विश्व आर्थिक वृद्धि को नयी ताकत मिल सकेगी।
चीन के उप प्रधानमंत्री वांग यांग ने कहा कि विश्व में बाजार की मांग के सिकुड़ने से तमाम व्यवसायों की उत्पादन-क्षमता प्रभावित हुई है। इसलिये ढांचागत सुधार विश्व के सामने प्रमुख मुद्दा बना है।
इस साल के जी20 शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष देश के रूप में चीन उचित ढंग से मांग का विस्तार करने के साथ साथ ढांचागत सुधार करते हुए आर्थिक संतुलन की नीति अपना रहा है।
चंद्रिमा