अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने 24 जुलाई को आपात विचार-विमर्श के बाद रूस को रियो ओलंपिक में भाग लेने की अनुमति देने का फैसला किया। पर रूसी खिलाड़ियों को संबंधित जांच के बाद हिस्सा लेने की अनुमति होगी। इसका मतलब यह है कि डोपिंग घटना से त्रस्त रूस 5 अगस्त को शुरू होने वाले रियो ओलंपिक में भाग ले सकेगा।
आपात सम्मेलन में रूसी ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष अलेक्जेंडर ज़ुकोव ने कहा कि रूस सरकार व रूसी ओलंपिक कमेटी सभी अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ संपूर्ण सहयोग करके एक व्यापक डोपिंग विरोधी व्यवस्था की स्थापना करेंगी। उनके अनुसार वर्ष 2016 के रियो ओलंपिक में भाग लेने वाले सभी रूसी खिलाड़ियों की बीते छह महीनों में विदेशी डोपिंग विरोधी संस्थाओं द्वारा जांच की गयी है।
सम्मेलन के बाद अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने एक बयान जारी कर रियो ओलंपिक में रूसी खिलाड़ियों की भागीदारी पर ठोस नियम तय किए। और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष थॉमस बाख़ ने फ़ोन पर एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर यह फ़ैसला सुनाया।
चंद्रिमा