चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 22 जुलाई को पेइचिंग में विश्व बैंक (डब्ल्यूबीजी) के निदेशक किम जिम योंग, अंतरारष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) की प्रधान क्रिस्टिना लोगार्ड, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के महानिदेशक रोबर्टो अज़ेवेडो, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के महानिदेशक गॉय रैडेर, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) के महासचिव एंगल गुरिया और बैंकिंग स्थिरता परिषद (एफ़एसबी) के अध्यक्ष मार्क कार्नी के साथ समान रूप से"1+6"गोल मेज़ वार्ता आयोजित की।
सम्मेलन में कहा गया कि इधर के सालों में भूमंडलीय आर्थिक पुनरुत्थान कठोर है, जिसके सामने गिरावट और अनिश्चितता का जोखिम मौजूद है। अंतरराष्ट्रीय आर्थिक नीतिगत समन्वयन को मज़बूत करना बहुत आवश्यक है। इस वर्ष चीन जी20 के अध्यक्ष देश के मौके का लाभ उठाते हुए नवाचार समेत नई आर्थिक वृद्धि मज़बूत करने, ढांचागत सुधार खासकर सप्लाई क्षेत्र में ढांचागत सुधार को गहराने, निवेश और बुनियादी संस्थापनों के निर्माण को बढ़ावा देने, बैंकिंग सुधार का कार्यान्वयन करने, व्यापारिक वृद्धि का संवर्द्धन करने, अधिक उच्च गुणवत्ता वाले रोज़गार देने, वर्ष 2030 अनवरत विकास कार्यक्रम को बखूबी अंजाम देने जैसे क्षेत्रों में प्रयास करेगा। इसके साथ ही भूमंडलीय चुनौतियों का मुकाबले करते हुए वैश्विक अर्थतंत्र के मज़बूत, सतत और संतुलित वृद्धि को बढ़ाएगा।
सम्मेलन ने बल देते हुए कहा कि चीन डब्ल्यूबीजी, आईएमएफ़, डब्ल्यूटीओ, आईएलओ, ओईसीडी और एफ़एसबी के साथ संबंधित क्षेत्रों में नीतिगत संपर्क और सहयोग मज़बूत करेगा। चीन और इन संगठनों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में कई आम सहमतियां हासिल कीं। जिनमें मुद्रा, वित्त और ढांचागत सुधार समेत शक्तिशाली, बहुमुखी और समन्वय नीति अपनाना शामिल है। ताकि विश्व अर्थतंत्र के सामने मौजूद खतरे और अनिश्चितता का मुकाबला करते हुए बैंकिंग स्थिरता को बनाए रखकर आर्थिक वृद्धि को बढ़ाया जा सके।
(श्याओ थांग)
1 2 3 4