11 वां चीन-दक्षिण एशिया व्यापार फोरम 12 जून को खुनमिंग में शुरु हुआ। नेपाल, भारत, पाकिस्तान, मालदीव, बांग्लादेश और श्रीलंका समेत दक्षिण एशियाई देशों से राजनीतिक एवं व्यापारिक जगतों के 500 प्रतिनिधियों ने "एक मार्ग एक पट्टी" के निर्माण और औद्योगिक सहयोग को बढ़ावा देने पर विचार विमर्श किया।
युन्नान के गवर्नर च्ये हाओ ने मेज़बान के रूप में उद्घाटन-भाषण दिया। उन्होंने कहा कि "एक मार्ग एक पट्टी" के पहल में युन्नान प्रांत बीसीआईएम आर्थिक गलियारे का एक मुख्य हिस्सा माना जाता है, जो दक्षिण एशिया और सारी दुनिया के चीन में प्रवेश करने का महत्वपूर्ण पुल बन गया है।
आर्थिक विकास की नई स्थिति से मेल खाने के लिए चीन अगले पाँच वर्षों में विदेशों से 100 खरब अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य के उत्पादों का आयात और विदेशों में 6 खरब डॉलर से अधिक पूंजी का निवेश करेगा। चीनी व्यापार और निवेश संवर्धन विभाग के उपाध्यक्ष यीन चोंग ह्वा के विचार में ऐसी स्थिति में चीन और दक्षिण एशियाई देशों के बीच लाभप्रद सहयोग को बढ़ाने के लिये अधिक अवसर पैदा होंगे।
नेपाली उप राष्ट्रपति नंद बहादुर पून का कहना है कि गरीबी चीन और दक्षिण एशियाई देशों के सामने मौजूद आम चुनौती है। चीन और नेपाल दोनों देशों को एक साथ हाथ मिलाकर "एक मार्ग एक पट्टी" के निर्माण के दौरान जनता के जीवन स्तर को आगे बढ़ाना चाहिए।
अंजली