27 मई को दो दिवसीय जी7 शिखर सम्मेलन जापान में संपन्न हुआ। रूस के साथ संबंधों के मामले पर सम्मेलन में रूस के साथ वार्ता करने पर बल दिया गया। लेकिन उन्होंने एकमत होकर रूस पर लगातार प्रतिबंध लगाने का फैसला किया।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जी7 ने एकमत होकर यह माना है कि इस वर्ष के जुलाई तक समाप्त होने वाले रूस पर प्रतिबंध गर्मियों के बाद तक जारी रखने की ज़रूरत है। साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर रूस ने मिनस्क समझौते का पालन नहीं किया, तो उस पर लगे प्रतिबंध नहीं हटाया जाना चाहिए।
जी7 के कदम के प्रति रूस ने स्वीकार नहीं किया। रूस के ख्याल से इस कदम का कोई कारण नहीं है। रूस के अधिकारियों व विद्वानों ने एकमत होकर कहा कि रूस पर प्रतिबंध व मिनस्क समझौते के साथ जोड़ना बहुत अजीब लगता है।
रूसी राष्ट्रपति के प्रेस सचिव दिमिट्री पेस्कोव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जी7 द्वारा रूस पर प्रतिबंध को जारी रखने से विश्व अर्थव्यवस्था को कोई लाभ नहीं मिलेगा। और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के समाधान के लिये सकारात्मक भूमिका भी नहीं निभायी जाएगी। उन्होंने कहा कि रूस का रुख नहीं बदला है।
चंद्रिमा