चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ह्वा छ्वनयिंग ने 27 मई को कहा कि जापान ने जी-20 शिखर सम्मेलन में दक्षिण चीन सागर समस्या की चर्चा की और तनाव को बढ़ाने की कोशिश की। यह दक्षिण चीन सागर की स्थिरता के लिए लाभदायक नहीं है और विकसित देशों के प्लेटफार्म जी-7 से भी मेल नहीं खाता है। चीन जापान और जी-7 की उपरोक्त कार्रवाई को लेकर जबरदस्त असंतोष प्रकट करता है।
ह्वा छ्वनयिंग ने आशा जताई कि जी-7 के विभिन्न पक्ष यथार्थ व उचित रुख अपनाकर संबंधित प्रादेशिक भूमि के विवादों में हस्तक्षेप न करने के वचन का पालन करेंगे, गैरजिम्मेदार बयान नहीं देंगे और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता के लाभ में और ज्यादा काम करेंगे।
ह्वा ने जोर दिया कि हालिया जटिल वैश्विक आर्थिक परिस्थिति में जी-7 को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में ध्यानाजनक अर्थतंत्र व विकास के मुद्दों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि चीन जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा। चीन संबंधित देशों के जी-20 और विस्तृत प्लेटफार्म में आकर वैश्विक आर्थिक निपटारा करने के लिए रचनात्मक भूमिका अदा कर सकेगा।
(श्याओयांग)