भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में द वॉल स्ट्रीट जर्नल के साथ विशेष साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने आर्थिक सुधारों के लिए हर संभव प्रयास किया है, लेकिन भारत सरकार के सामने चुनौतियां मौजूद हैं।
मोदी ने कहा कि वे भारत के लिए तेज विकास की रणनीति बना चुके हैं, जिनमें विदेशों के लिए खुली अर्थव्यवस्था का तरीका अपनाकर विदेशी पूंजी को आकर्षित करना और भ्रष्टाचार से निपटना आदि शामिल हैं।
मोदी ने कहा कि पिछले दो सालों में सूखा आपदा और वैश्विक आर्थिक मंदी के असर के बावजूद भारत की विकास दर तेज़ रही है। जिसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और क्रेडिट रेटिंग संस्थाओं के विशेषज्ञों ने सराहा है। मोदी ने वादा किया कि वह नीतिगत सुधार को आगे बढ़ाएंगे।
गौरतलब है कि मई 2014 में प्रधानमंत्री बने मोदी ने आर्थिक सुधारों का वादा किया। इस साल के मार्च तक वित्त वर्ष में भारत की विकास दर में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी, मुद्रास्फीती एवं बजट घाटे में कटौती आयी है और विदेशी पूंजी में भी बढ़ोतरी हुई है।
(श्याओयांग)