सोमवार 22 मई को तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के 65वें शांतिपूर्ण मुक्ति दिवस की खुशियां मनायी गयी हैं । सरकार ने तिब्बती लोगों के जीवन स्तर को सुधारने का अथक प्रयास किया है।
कई वर्ष पहले 2008 में तिब्बत में कृषि काम करने वाले त्सेतेन नोर्बू का जीवन चिंताग्रस्त बन गया था जब उन्हें ये पता चला कि उनके दूसरे बेटे तेन्पा को कैंसर है जिसके एक बार के कीमो उपचार में पांच हज़ार युआन यानी पचास हज़ार रुपये खर्च होने लगे। सरकार ने कैंसर उपचार में लगे नोरबू के पैसे वापस कर दिया लेकिन फिर भी बाकी का खर्च उठाने की स्थिति में नोरबू नहीं था। 2015 में नई चिकित्सा बीमा की शुरुआत हुई जिसके तहत चरवाहों और किसानों के इलाज में लगे पैसों के एक हिस्से को स्थानीय सरकार ने वहन करना शुरु किया। त्सेतेन ने कहा कि डॉक्टरों की फीस माफ होने पर भी उन्हें बहुत राहत मिली है। इस बारे में काउंटी प्रमुख तेनज़िन नीमा ने कहा कि हमने तीस फीसदी धन बचाना शुरु किया जो पहले यात्रा, गाड़ियों और अस्पताल में खर्च होता था, अब लोगों के जीवन स्तर में सुधार भी होने लगा है।
पिछले पांच वर्षों में तिब्बत ने 525 बिलियन युआन जन सुविधाओं पर खर्च किया है, जिसका 70 फीसदी हिस्सा कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर किया गया है। पिछले वर्ष 6.56 बिलियन युआन की राशि स्वास्थअय सेवाओं पर खर्च की गई। इससे स्वास्थ्य सेवाओं पर भी सकारात्मक असर पड़ा है।
(पंकज)