चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुंग लेई ने 3 मई को अमेरिका द्वारा टीपीपी और आईसीईपी संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व व्यापार नियमों को विभिन्न देशों द्वारा विचार-विमर्श करने के बाद तय किये जाने चाहिए। सिर्फ एक ही देश इस बारे में निर्णय नहीं ले सकता।
हाल में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लेख लिखकर कहा कि चीन संबंधित देशों के साथ आईसीईपी से सलाह मशविरा कर रहा है। अमेरिका द्वारा प्रदत्त टीपीपी चीन द्वारा नहीं, बल्कि अमेरिका द्वारा 21वीं शताब्दी में विश्व व्यापार नियम लिखने को सुनिश्चित करेगा। इस बारे में हुंग लेई ने कहा कि टीपीपी मुद्दे पर चीन खुला रुख अपनाता है। चीन का मानना है कि एशिया प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र इस समान लक्ष्य को साकार करने के लिए टीपीपी और आईसीईपी को एक दूसरे को बढ़ावा देना चाहिए।
गौरतलब है कि आईसीईपी आसियान देशों द्वारा इधर के वर्षों में प्रस्तुत क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण सहयोग है। जबकि टीपीपी समझौते पर इस साल के फरवरी को अमेरिका, जापान, औस्ट्रेलिया एवं सिंगापुर आदि 12 देशों ने हस्ताक्षर किए।
(श्याओयांग)