आज पूरे विश्व में सूचना तकनीक पर आधारित नये अर्थतंत्र का विकास करने का रूझान नज़र आ रहा है । इस बीच में इंटरनेट प्लस (internet plus) के नाम से उभरे हुए उच्च तकनीक वाले अर्थतंत्र का विकास जोरों पर किया जा रहा है जो चीन के आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण अग्रणी बना हुआ है।
चीनी मी-मोबाईफोन कंपनी (MI) विश्व भर में प्रसिद्ध है। कंपनी इंटरनेट के ज़रिये अपने उत्पादों का नाम विश्व दायरे में पहुंचाने का प्रयास कर रही है और सिर्फ गत वर्ष में मी-मोबाईफोन की बिक्री सात करोड़ तक जा पहुंची है। चीन का अपना उबेर (Uber) कारोबार डीडी कंपनी की रोजाना की बुकिंग एक करोड़ से ऊपर की हो गयी है जो सभी नेटवर्क के माध्यम से उपलब्ध है। अब चीन में हर एक कोने में इंटरनेट प्लस की चर्चा हो रही है। चीन की केंद्रीय सरकार ही नहीं, देश के सभी प्रांतों में अधिकारियों के कार्यों का केंद्र भी नये अर्थतंत्र को बढ़ावा देना है।
हाल ही में प्रकाशित चीनी इंटरनेट विकास रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 के अंत तक चीन में नेटिज़नों की संख्या 68.8 करोड़ तक जा पहुंची है यानी जनसंख्या का आधा भाग इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला बन चुका है। दूसरे आंकड़े बताते हैं कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वालों में से 90 प्रतिशत लोग अपने मोबाईल फोन से इंटरनेट चलाते हैं। देश में वाई-फाई (Wi-Fi) की प्रयोग दर भी 91.8 प्रतिशत तक जा पहुंची है। इंटरनेट के प्रसार से रिटेल में भी बदलाव होने लगा है। गत वर्ष चीन में सबसे बड़ी इंटरनेट बिक्री कंपनी अलीबाबा की बिक्री राशि तीस खरब युवान तक जा पहुंची है।
( हूमिन )