चीनी प्रधानमंत्री ली खछयांग ने 24 मार्च को बोआओ एशिया मंच के 2016 वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लिया और समान रूप से एशिया की गतिशील नई दृष्टि का वर्णन करें शीर्षक भाषण दिया। एशिया, यूपोप और ओशिनिया के 62 से अधिक देशों से 2 हजार 1 सौ से अधिक राजनीतिक और व्यापारिक प्रतिनिधियों और थिंक टैंक के विद्वानों ने इसमें भाग लिया।
ली खछयांग ने भाषण में कहा कि वर्तमान में विश्व अर्थतंत्र में व्यापक बदलाव हो रहे हैं, विकसित आर्थिक समुदाय की आर्थिक स्थिति कमजोर है, एशिया के अनेक देशों के सामने मुश्किलें मौजूद हैं। ली खछयांग ने एशिया के देशों द्वारा एक साथ मिलकर चुनौतियों का मुकाबला किए जाने के बारे में पाँच सूत्रीय प्रस्ताव प्रस्तुत किया। पहला, समान रूप से शांति और स्थिरता की रक्षा की जाए। दूसरा, समान रूप से आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाया जाए। तीसरा, समान रूप से विलय और विकास को गहरा किया जाए। चौथा, समान रूप से खुलेपन और समावेश को आगे बढाया जाए। पांचवां, समान रूप से सृजन करने की जीवंत शक्ति उन्नत की जाए।
ली खछयांग ने चीन की आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चीन का अर्थतंत्र बदलाव और आगे बढ़ने के महत्वपूर्ण चरण में स्थित है, लेकिन आर्थिक स्थिति उचित सीमा पर है। हमें विकास का विश्वास है और हम चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। इस वर्ष बाजार उन्मुख उपाय से विशेष निर्माण फंड लगाया जाएगा और इसका अच्छी तरह उपयोग किया जाएगा।
(वनिता)