24 मार्च को चीनी प्रधानमंत्री ली खछयांग ने बोआओ एशिया मंच के 2016 वार्षिक सम्मेलन के उपस्थितों के साथ वार्ता की। विभिन्न देशों के 150 जाने-माने व्यक्तियों ने इसमें भाग लिया।
वार्ता में औद्योगिक, वाणिज्यिक, वित्तीय, थिंक टैंक, मीडिया के क्षेत्रों के व्यक्तियों ने चीनी राजकीय उद्यमों के सुधार, सृजन, चीनी अर्थतंत्र में पुरानी और नई गतिज ऊर्जा के परिवर्तन, विदेशों के साथ आर्थिक सहयोग आदि के मामलों पर अपने-अपने विचार व्यक्त किया।
ली खछयांग ने कहा कि सुधार चीन के विकास की आधारभूत शक्ति है। चीन सरकार अविचल रूप से सुधार कर रही है, देश में विभिन्न प्रकार के स्वामित्व उद्यमों के विकास को आगे बढाती है। वर्तमान चीन का अर्थतंत्र पुरानी और नई गतिज ऊर्जा के परिवर्तन के चरण में है। हम विकास की दिशा तय करते हैं और यह दिशा नहीं बदलेगी। सृजन से विकास को आगे बढाने की रणनीति से सार्वजनिक उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे आर्थिक वृद्धि की नई काइनेटिक ऊर्जा उन्नत की जाएगी।
ली खछयांग ने कहा कि चीन गहन रूप से विश्व अर्थतंत्र में शामिल हुआ है, चीन को अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था से लाभ मिला है, इस के साथ साथ चीन इस व्यवस्था में भाग लेता है और इसका निर्माण भी करता है। चीन को आशा है कि विश्व का विकास संतुलित है और विकासशील देशों के बोलने का अधिकार बढेगा।
वार्ता के उपस्थितों ने कहा कि आर्थिक विकास में चीन द्वारा प्राप्त उपलब्धियां उल्लेखनीय है, विश्व अर्थतंत्र में चीन का महत्वपूर्ण स्थान है। वे चीन के साथ सहयोग करने, चीन की विकास प्रक्रिया में भाग लेने को तैयार है।
(वनिता)