छिंगहाई प्रांत के क्वोलो तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर से मिली खबर के अनुसार चीन में महाकाव्य《राजा गेसार》का पहला बॉयज़ क्वायर यानी बच्चों की गायन मंडली हाल में स्थापित हुई।
बताया जाता है कि इस बॉयज़ क्वायर में तिब्बत के 36 प्राइमरी स्कूली बच्चे शामिल हैं। उनमें से सबसे छोटे बच्चे की उम्र सिर्फ़ 7 साल है। वे सामूहिक गायन के रूप में महाकाव्य राजा गेसार की कहानी सुनाते हैं।
《राजा गेसार》विश्व में सबसे लम्बा एतिहासिक महाकाव्य है। वह पुरानी तिब्बती जाति और मंगोलियाई जाति की लोक संस्कृति और मौखिक कहानी कला का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।《राजा गेसार》का लम्बा इतिहास, महान ढांचा और प्रचुर विषय है, जो एक वीर रस की कविता मानी जाती है। पिछले हज़ार वर्षों में महाकाव्य《राजा गेसार》का तिब्बती ऑपेरा और गायन वाचन जैसे तरीके से विरासत के रूप में आगे विकास किया जा रहा है। जिसके कुछ भाग तिब्बती जाति यहां तक कि दूसरी जातियों में लोकप्रिय हैं।
(श्याओ थांग)