30 नवम्बर को पेरिस जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के पहले दिन भारत के आह्वान पर 120 देशों की भागीदारी वाली अंतर्राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संघ की औपचारिक स्थापना की गयी। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संघ को नयी आशा बताया। उन्होंने कहा कि यह संघ वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा के विकास और अंधेरे में फंसे ग्रामीण परिवारों को उज्जवल भविष्य देगा।
अंतर्राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संघ के सदस्य देशों में अधिकांश उष्णकटिबंधी देश हैं और फ्रांस जैसे कुछ यूरोपीय देश भी इसमें शामिल हैं।
गौरतलब है कि शुरु में भारत सरकार सौर ऊर्जा संघ में 3 करोड़ अमेरिकी डॉलर की पूंजी लगाएगी। इसका मुख्यालय भारत में होगा। अंतिम लक्ष्य है कि यह संघ सदस्य देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर की पूंजी इक्कठा की जाएगी जिसका प्रयोग सौर ऊर्जा को बढ़ाने में किया जाएगा।
(श्याओयांग)