तिब्बती पंचांग के अनुसार, हर वर्ष के दसवें माह की पंद्रह तारीख को देवी त्योहार मनाया जाता है। 25 नवंबर को तिब्बती पंचांग के अनुसार दसवें माह की पंद्रह तारीख है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा की सड़कों पर तिब्बती महिलाएं सज धजकर हाथों में शुभ सूचक सफेद हाता और जौ की शराब लिये हुए मठों में सफेद लामू देवी की पूजा कर रही हैं, इस दौरान ये महिलाएं अपने हाथों में सूत्र चक्र घुमाती हैं। उनकी प्रार्थना है कि देवी उनकी रक्षा करें और उनका जीवन सुखमय हो।
तिब्बती भाषा में देवी त्योहार को"पाई ला री च्वी"कहा जाता है। ल्हासा के जोखान मठ में सफेद लामू देवी की मूर्ति के सामने श्रद्धालु हाता भेंट करते हैं। उन्होंने खुद से बनाई गई शराब को मठ के केंद्र में रखे बड़े आकार वाले मदिरा-पात्र में डाल दिया। फिर मदिरा-पात्र के निचले भाग से शराब लेकर पीया। कामना है कि देवी का आशीर्वाद पाकर सोभाग्यवती रहें।
देवी पूजा समारोह के बाद ल्हासा की महिलाएं मठ भवन के खाली मैदान में गाने नाचने लगीं।
(श्याओ थांग)