शी चिनफिंग ने कहा कि इधर के सालों में वैश्विक आर्थिक वृद्धि धीमी रही, लेकिन चीन और ब्रिटेन के बीच निवेश और आर्थिक व व्यापारिक सहयोग का लगातार विकास हो रहा है। युरोपीय संघ के भीतर ब्रिटेन चीन का दूसरा बड़ा निवेशक देश बन गया है। जबकि युरोपीय संघ के बाहर चीन ब्रिटेन का दूसरा बड़ा व्यापारिक साझेदार है। वर्तमान में ब्रिटेन सरकार ने बुनियादी संस्थापन में सुधार,"उत्तरी इंग्लैंड आर्थिक केंद्र"और"ब्रिटिश उद्योग 2050 रणनीति"जैसी परियोजनाएं पेश कीं। ये चीन द्वारा प्रस्तुत"एक पट्टी एक मार्ग","चीन निर्माण 2025"और"इन्टरनेट प्लस"जैसे प्रस्तावों के साथ सहयोग करने के अनुकूल है। चीन ब्रिटेन के साथ मिलकर समावेशी, खुलेपन, सहयोग और समान जीत वाली विचारधारा अपनाते हुए द्विपक्षीय सहयोग स्तर उन्नत करने को तैयार है। ताकि दोनों देशों के बीच सहयोग का दायरा विस्तार करते हुए जनता को लाभ पहुंचाया जा सके।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि इस साल चीन और ब्रिटेन के बीच सर्वांगीण रणनीतिक साझेदार संबंध स्थापना के दूसरे दशक का पहला साल है, साथ ही चीन और युरोपीय संघ के बीच कूटनीतिक संबंध की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ भी है। चीन-ब्रिटेन संबंध और चीन-युरोप संबंध के विकास के सामने महत्वपूर्ण अवसर मौजूद हैं। उम्मीद है कि चीन-ब्रिटेन संबंध के नए विकास से चीन-युरोप संबंध के सर्वांगीण मज़बूती के लिए नई जीवन शक्ति मिलेगी।
इनके अलावा, शी चिनफिंग ने चीन-ब्रिटेन बैंकिंग सहयोग, एआईआईबी, चीनी आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, दक्षिण चीन महासागर की प्रभूसत्ता और अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी सहयोग जैसे मुद्दों पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब दिया।
(श्याओ थांग)