चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग 19 से 23 अक्तूबर तक ब्रिटेन की राजकीय यात्रा करेंगे। यह पिछले 10 साल में चीनी राष्ट्राध्यक्ष की पहली ब्रिटेन यात्रा होगी। ब्रिटेन स्थित चीनी राजदूत ल्यू श्याओ मिंग ने कहा कि इस यात्रा से चीन-ब्रिटेन संबंधों के विकास को ऐतिहासिक मौका मिलेगा। दोनों देशों के बीच सहयोग और मजबूत होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 में चीन और ब्रिटेन ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी की स्थापना की। इसके बाद द्विपक्षीय संबंधों का सतत विकास हो रहा है, आपसी लाभ वाला सहयोग गहरा हो रहा है और उच्च स्तरीय आदान-प्रदान भी घनिष्ठ रूप से कायम है। पिछले 10 सालों में चीन और ब्रिटेन ने दसेक वार्ता व्यवस्थाओं की स्थापना की। शी चिनफिंग की आगामी ब्रिटेन यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों के विकास की नई योजना बनाई जाएगी, जिसका बड़ा महत्व है।
ल्यू श्याओ मिंग ने कहा कि चीन और ब्रिटेन के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग की व्यापक उपलब्धियां हुई हैं। चीन ब्रिटेन का चौथा बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जबकि यूरोपीय संघ में ब्रिटेन चीन का दूसरा बड़ा व्यापारिक साझेदार और पहला पूंजी गंतव्य देश है। अन्तरराष्ट्रीय मामलों में भी दोनों देश घनिष्ठ सहयोग कायम रहते हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य देश होने के नाते दोनों देश सहयोग और समान जीत के आधार पर नए प्रकार वाले अन्तरराष्ट्रीय संबंधों को स्थापित करने में लगे हैं और साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हैं।
ल्यू श्याओ मिंग ने कहा कि यात्रा के दौरान चीन और ब्रिटेन सिलसिलेवार सहयोग समझौते संपन्न करेंगे। चीन और ब्रिटेन दोनों दुनिया में अहम देश हैं। चीन-ब्रिटेन संबंधों का अच्छा विकास दोनों देशों के लोगों के मूल हित के अनुरूप है और विश्व शांति और समृद्धि के लिए भी लाभदायक है।
(ललिता)