रविवार 13 सितंबर को ल्हासा में जल-संरक्षण मंत्रालय द्वारा आयोजित सातवें तिब्बत सहायता कार्य बैठक से मिली खबर के अनुसार 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान चीन की राष्ट्रीय जल-संरक्षण व्यवस्था ने तिब्बत के प्रति केंद्र सरकार की विशेष समर्थन नीति को लागू किया और व्यापक रूप से तिब्बत में जल-संरक्षण की सहायता दी। अनुमान है कि इस वर्ष के अंत तक कुल 22 अरब 80 करोड़ य्वान की पूंजी निवेश लगायी जाएगी, जो 11वीं पंचवर्षीय योजना की 3.26 गुना है। वह तिब्बत में जल-संरक्षण के विकास इतिहास में सबसे शानदार पाँच वर्ष है।
जानकारी के अनुसार 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान तिब्बत में महत्वपूर्ण बड़े जल-संरक्षण कार्यक्रमों का निर्माण तेजी से चल रहा है। लोगों के जीवन से जुड़े जल-संरक्षण को व्यापक रूप से बढ़ावा दिया गया। किसानों व चरवाहों के जीवन व उत्पादन की स्थिति में स्पष्ट रूप से सुधार आया है। पाँच सालों में कुल 7 लाख 41 हजार गांववासियों के पेय जल के सुरक्षा मामले का समाधान किया गया। 1400 से अधिक मंदिरों में जल पहुंचाने के कार्यक्रमों को पूरा किया गया। और कस्बों में 1 लाख 54 हजार लोगों के पेय जल मामलों का समाधान किया गया। साथ ही बाढ़ की रोकथाम, कृषि सिंचाई और पन-बिजली आदि क्षेत्रों में भी बड़ा विकास हुआ है।
चंद्रिमा