ल्हासा में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में खुशियां मनाने के कार्यक्रमों में भाग ले रहे चीनी केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष यू चंगशेंग 7 सितंबर की सुबह धार्मिक जगत के व्यक्तियों का हाल-चाल लेने चोखान मठ पहुंचे।
यू चंगशेंग ने कहा कि तिब्बती बौद्ध धर्म की देशभक्ति की परंपरा है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना के बाद से लेकर अब तक पिछले पचास सालों में व्यापक तिब्बती बौद्ध धर्म के आचार्यों, भिक्षुओं और श्रद्धालुओं ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और समाजावादी व्यवस्था का समर्थन करते हुए मातृभूमि के एकीकरण, जातीय एकता, धार्मिक सह अस्तित्व और सामाजिक सामंजस्य को बनाए रखने के लिए भारी योगदान किया।
यू चंगशेंग ने ज़ोर देते हुए कहा कि चीन की पार्टी और सरकार स्वतंत्र धार्मिक विश्वास की नीति का पालन करेंगी। इस वर्ष जून महीने में राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 11वें पंचन अर्दनी कोइजी ग्यीबो से मुलाकात की, जिससे तिब्बती बौद्ध धर्म के प्रति केंद्र सरकार का ख्याल जाहिर हुआ। कुछ समय पूर्व केंद्र सरकार ने छठे तिब्बत कार्य सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें तिब्बत में आर्थिक और सामाजिक विकास और स्थाई शांति के लिए रणनीतिक बंदोबस्त किया गया। इस प्रक्रिया में धार्मिक जगत के व्यापक व्यक्तियों को अहम जिम्मेदारी उठाना चाहिए।
(श्याओ थांग)