चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के छठे तिब्बत कार्य सम्मेलन में अहम भाषण दिया। जिसमें उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देश के एकीकरण और जातीय एकता को प्रधानता देते हुए समाज की निरंतर स्थिरता, स्थाई स्थिरता और सर्वांगीर्ण स्थिरता को मिशन बनाकर विभिन्न क्षेत्रों के कार्यों का अच्छी तरह बंदोबस्त किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि चीनी राष्ट्र की समान समुदाय वाले विचार का प्रशिक्षण किया जाए, अपनी आंखों की रक्षा की तरह एकता की रक्षा की जाए। शी चिनफिंग के भाषण पर तिब्बत स्वायत्त प्रदेश और दूसरे प्रांतों में तिब्बती बहुल क्षेत्रों में नागरिकों और कर्मचारियों का ध्यान केंद्रित हुआ है।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के संकलन और अनुवाद ब्यूरो के प्रधान छ्युत्सा ने कहा कि जातीय क्षेत्र में हान जाति के कर्मचारी तिब्बती भाषा सीखने में सक्रिय रहे हैं, जिससे हान जाति और तिब्बती जाति के बीच आपस में समझ बढ़ेगी, एक दूसरे का सम्मान मज़बूत होगा और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश और सछ्वान प्रांत के तिब्बती बहुत क्षेत्र में सामंजस्य और स्थिरता के लिए हितकार सिद्ध होगा।
छिंगहाई प्रांत के हाईपेई तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर के शीर्ष नेता निमा च्वोमा ने कहा कि हाल में समाप्त हुए छठे तिब्बत कार्य सम्मेलन में"कानून के मुताबिक तिब्बत का प्रशासन"को महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक बनाया गया है। इससे जाहिर होता है कि नए ऐतिहासिक काल में जातीय एकता कार्य को अच्छी तरह करने की कड़ी कानून के आधार पर धार्मिक विश्वास करना है। विभिन्न जातियों के लोग सक्रिय रूप से कानून का पालन करना जातीय एकता की गारंटी ही है।
छिंगहाई प्रांत के हाईपेई तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर की हाईयान कांउटी में हालेचिन गांव के मुख्य लामो जाशी का परिवार चार जातियों से मिश्रित परिवार है। वह खुद मंगोलियाई जाति का है, जबकि पत्नि ह्वेइ जाति की है। उसके दामाद तिब्बती जाति का है और पुत्रवधू हान जाति की है। लामो जाशी ने कहा कि हमारे घर में एक दूसरे की जातिय आदतों का सम्मान किया जाता है, हम एक साथ परिश्रम करते हैं। पोल्ट्री फार्म चलाने से एक साल में पारिवारिक आय 5 लाख युआन से अधिक है। हमारा जीवन बहुत सुखमय है।
दक्षिण पश्चिमी चीन के सछ्वान और युन्नान प्रांत, उत्तर पश्चिमी चीन के कान्नसू प्रांत के तिब्बती बहुल क्षेत्रों में इधर के सालों में आर्थिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सिलसिलेवार उदार नीतियां लागू की जा रही है। जिससे स्थानीय तिब्बती नागरिकों के बीच एकता बढ़ाई और तिब्बती बहुल क्षेत्रों में स्थिरता का नागरिक बुनियाद मज़बूत हुआ।
(श्याओ थांग)