नेपाल सरकार के आपात सहायता अनुरोध के अनुसार चीनी राज्य परिषद और केन्द्रीय सैन्य आयोग ने 1 अगस्त को फिर से राहत दल भेजा। 100 सैनिकों से गठित दल 30 राहत उपकरणों को लेकर 1 अगस्त को तिब्बत के चांगमू पोर्ट से रवाना हुआ। उनका मिशन भारी बारिश की वजह से गंभीर रूप से नष्ट हुए चीन-नेपाल राजमार्ग की मरम्मत करना है।
बताया जाता है कि चीन-नेपाल राजमार्ग का निर्माण चीन ने किया है। नेपाल में इसकी कुल लम्बाई 114 किलोमीटर है। 10 जुलाई 1965 में राजमार्ग की शुरुआत होने के बाद वह नेपाली लोगों के लिए यात्रा और व्यापार करने का अहम रास्ता बन गया। इस साल 25 अप्रैल और 12 मई को नेपाल में दो बार जबरदस्त भूकंप आए, जिससे राजमार्ग पर बुरा असर पड़ा। हाल में नेपाल में जारी भारी बारिश से राजमार्ग के आसपास भूस्खलन हुआ और यातायात टूट गया।
चीनी राहत दल के कमांडर मेजर जनरल फू लिंग ने कहा कि राहत दल वस्तुगत स्थिति के अनुसार राजमार्ग की मरम्मत करेगा। इसके साथ साथ राहत दल स्थानीय नियम और रीति-रिवाज के अनुसार राहत कार्य पूरा करेगा।
(ललिता)