संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 31 जुलाई को बयान जारी कर जॉर्डन नदी के पश्तिमी तट पर एक फ़िलिस्तीनी गांव में आगजनी की जमकर निंदा की है।
बयान के अनुसार सुरक्षा परिषद ने इस हादसे में मृतकों के परिजनों के प्रति सहानुभूति जताई और फ़िलिस्तीनी जनता और नेताओं के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की। साथ ही बयान में फ़िलिस्तीन-इज़राइल की स्थिति में आये परिवर्तनों पर गौर किया गया है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील भी की गयी है।
सुरक्षा परिषद ने बल देते हुए कहा कि आतंकवाद अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिये गंभीर खतरा बनता जा रहा है। हमलावरों को कानून के अनुसार सज़ा दी जानी चाहिये।
जॉर्डन नदी के पश्चिमी तट पर एक फ़िलिस्तीनी गांव में 31 जुलाई के तड़के यहूदी उग्रवादियों ने आगज़नी की, जिससे एक फ़िलिस्तीनी बच्चे की मौत हुई और अन्य 3 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। (लिली)