इस 2 जुलाई को तिब्बती पंचांग के पांचवें महिने का 15वां दिन था। इस दिन चाशलुनबू मठ में वार्षिक बुद्ध चित्र की प्रदर्शनी आयोजित की जाती है। मठ के भिक्षु और स्थानीय तिब्बती बौद्ध धर्म के श्रद्धालु प्रदर्शित शानदार बुद्ध तस्वीर वाले थांगखा के सामने पूजा करते हैं।
चाशलुनबू मठ के भिक्षु गाइड लापा च्यापू ने जानकारी देते हुए कहा कि हर साल तिब्बती पंचांग के पांचवें महिने के 15वें दिन के दौरान मठ में भव्य बुद्ध चित्र की प्रदर्शनी आयोजित की जाती है। यह कार्यक्रम तीन दिन तक चलता है। इसी दौरान क्रमशः अमिताभ बुद्ध यानी भूत काल बुद्ध, वर्तमान बुद्ध यानी शाक्यामुनी और भविष्य के बुद्ध यानी मैत्रय बुद्ध के शानदार थांगखा तस्वीर की प्रदर्शनी की जाती हैं। यह धार्मिक रस्म वर्ष 1447 में शुरू हुई, जिसका उद्देश्य भगवान बुद्ध से आपदा से बचाव, मनुष्य की शांति और शुभकामनाओं के लिए प्रार्थना करना है।
गौरतलब है कि चाशलुनबू मठ तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाज़े शहर में स्थित है, जो हर पीढ़ी के पंचन लामा का निवास स्थान है। यह तिब्बती बौद्ध धर्म के गेलुग संप्रदाय के छह प्रमुख मठों में से एक है। चाशलुनबू मठ को 4 मार्च वर्ष 1961 में राष्ट्रीय सांस्कृतिक वस्तुओं की संरक्षण सूचि में शामिल किया गया।
(श्याओ थांग)