वियना की यात्रा पर आये चीनी तिब्बती विद्या के आदान-प्रदान प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख और चीन सामाजिक विज्ञान अकादमी के निदेशक के सहायक हाओ शियुअन ने 22 मई को कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी के हैमबर्ग और म्युनिख में कई गतिविधियां आयोजित की हैं, जिसमें तिब्बत के बारे में जानने वाले स्थानीय लोगों का उत्साह नजर आया है। साथ ही स्थानीय अकादमिक संस्थानों के साथ आदान-प्रदान से भविष्य में तिब्बती विद्या के अध्ययन पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की संभावना भी बढ़ायी गयी है।
वियना विश्वविद्यालय के कंफ़्युसियस कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी में हाओ शीयुअन ने रिपोर्ट पेश की, जिसमें तिबब्त के अतीत और वर्तमान की तुलना की गयी और तिब्बत में लोकतांत्रिक सुधार व जातीय क्षेत्र की स्वायत्त व्यवस्था लागू करने के कारण भी बताये गये। हाओ शीयुआन ने कहा कि पहले कुछ दिनों में हैमबर्ग व म्युनिख में हुई गतिविधियों में स्थानीय राजनयिक, तिब्बती विद्या के विद्वान, प्रवासी चीनी और तिब्बती लोग आकर्षित हुए। उन्होंने अपनी इच्छा जतायी कि वे संपर्क व पारस्परिक समझ बढ़ाने के लिये काम करने को तैयार हैं। (लिली)