इस 19 मई को छिंगहाई जातीय पब्लिशिंग हाउस से मिली खबर के अनुसार प्रथम चीनी तिब्बती भाषा उपन्यास श्रृंखला प्रकाशित की गयी है।
इस उपन्यास श्रृंखला में 5 तिब्बती उपन्यास शामिल हैं, जिनमें शब्द संख्या 10 लाख से अधिक हैं।
छिंगहाई जातीय पब्लिशिंग हाउस के पुस्तक संपादकीय विभाग के प्रभारी सोलो ने परिचय देते हुए कहा कि इस उपन्यास श्रृंखला में "मेरे दो पिता" नामक उपन्यास छिंगहाई के मंगोल जाति के लेखक छरेनतनजुन ने तिब्बती भाषा में रचना की है। तिब्बती लेखक संघ के उपाध्यक्ष तानबायाचेइ की "कल का कबीला" नामक उपन्यास में उत्तरी तिब्बत का ग्रामीण जीवन का विवरण किया गया है। शिकाजे लेखक पूपूछरेन की "गिरने के पत्थर" नामक उपन्यास में 1904 में तिब्बती जनता के ब्रिटेन विरोधी युद्ध का अभिलेख किया गया।
सोलो के विचार में इस उपन्यास श्रृंखला में अलग दृष्टि से दुनिया को तिब्बती लेखकों की वास्तविकता के आधार पर ऐतिहासिक विकास परिवर्तन और भावनात्मक स्मृति दिखाया गया है।(रूपा)