चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि यह राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद शी चिनफिंग की पहली पाकिस्तान यात्रा है और नौ साल के बाद चीनी राष्ट्राध्यक्ष फिर एक बार पाकिस्तान जाएंगे। विश्वास है कि यात्रा से चीन और पाकिस्तान के बीच हर मौसम में दोस्ती मजबूत होगी और चौतरफा सहयोग बढ़ेगा।
चीन स्थित पाकिस्तान राजदूत मसूद खालिद ने कहा कि शी चिनफिंग की पाकिस्तान यात्रा के दौरान दोनों देश ऊर्जा, बुनियादी संस्थापन, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान आदि क्षेत्रों में सिलसिलेवार सहयोग समझौता संपन्न करेंगे।
विश्लेषकों का मानना है कि इंडोनेशिया में शि चिनफिंग संभवतः नए युग में बांडुंग भावना पर प्रकाश डालेंगे और नई स्थिति में एशिया और अफ्रीका के बीच सहयोग मजबूत करने का नया सुझाव पेश करेंगे।
इंडोनेशिया स्थित चीनी राजदूत श्ये फंग ने कहा कि 60 साल पहले शांतिपूर्ण सहअस्तितव और मतभेद दूर कर समानता की खोज बांडुंग भावना का विषय है, जबकि 60 साल बाद साझा विकास और सहयोग के साथ समान जीत नए विषय बनेंगे।
बताया जाता है कि पाकिस्तान और इंडोनेशिया चीन द्वारा प्रस्तुत "एक पट्टी एक मार्ग" रणनीति के अहम साझेदार हैं और एशियाई आधारभूत संस्थापन निवेश बैंक (एआईआईबी) में संस्थापक सदस्य बनने के इच्छुक देश भी हैं। शी चिनफिंग की यात्रा से चीन की कूटनीति में पड़ोसी देशों का महत्व जाहिर हुआ है।
चीनी अन्तरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान के उप प्रमुख रुएन चोंगचे ने कहा कि "एक पट्टी एक मार्ग" और एआईआईबी से चीन नए चरण का विकास करेगा। एशिया में बुनियादी संस्थापनों के निर्माण में वित्तपोषण देने और आपसी संपर्क उन्नत करने के जरिए एआईआईबी एशिया की आर्थिक वृद्धि बढ़ावा देगा।
(ललिता)