ओटावा में कनाडा की ग्रीन पार्टी ने भारत के साथ होने वाले परमाणु डील पर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दिनों तीन देशों की यात्रा पर कनाडा में हैं जहां पर मोदी ने अपने कनाडाई समकक्ष स्टीवन हार्पर के साथ परमाणु डील पर हस्ताक्षर किये हैं।
ग्रीन पार्टी की मुखिया एलिज़ाबेथ मे ने कहा कि भारत से परमाणु डील करना परमाणु अप्रसार संधि का उल्लंघन है। वहीं पार्टी के अन्य नेता लॉरेन ने भी कहा है कि इससे वैश्विक स्तर पर परमाणु असुरक्षा का भाव जागेगा क्योंकि भारत इससे परमाणु हथियारों का निर्माण कर सकता है।
ग्रीन पार्टी के नेता डेनियल ग्रीन ने कहा कि वर्ष 1974 में जब भारत ने पहला परमाणु परीक्षण किया था तभी से कनाडा ने भारत पर किसी भी तरह की परमाणु सामग्री के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहीं दूसरी तरफ भारत ने अभी तक परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं लेकिन वर्ष 2013 में सम्पन्न भारत कनाडा परमाणु सहयोग संधि के तहत कनाडा भारत को परमाणु सामग्री निर्यात कर रहा है। कनाडा के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री लॉरेन कैनन ने कहा कि भारत ने लंबे समय तक इन प्रतिबंधों की मार झेली है। अब समय आ गया है कि भारत को परमाणु सामग्री का निर्यात किया जाए।
(पंकज श्रीवास्त्व)