चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यलय द्वारा 15 अप्रैल को जारी "तिब्बत में विकास का रास्ता ऐतिहासिक विकल्प"शीर्षक पर एक श्वेत पत्र में कहा गया कि"बीच के रास्ते"का उद्देश्य चीन को विभाजित करना है और तिब्बती जाति समेत चीनी जनता के मूल हितों से मेल खाता है।
श्वेत पत्र में कहा गया कि आधे से अधिक शताब्दी के एकता संघर्ष से तिब्बत ने विश्ववख्यात उपलब्धियां प्राप्त की हैं। लेकिन लम्बे समय से 14वें दलाई लामा समूह की तिब्बती स्वतंत्रता संबंधी नीति निरंतर बदलती रही है।
श्वेत पत्र के अनुसार सत्तर के दशक के बाद दलाई लामा समूह ने अपनी नीति बदलकर मध्य मार्ग पेश किया, जिसका उद्देश्य चीन को विभाजित करना है। जो चीन के इतिहास, वास्तविकता, संविधान, कानून और बुनियादी व्यवस्था से मेल ही नहीं खाता, बल्कि तिब्बती जाति समेत चीनी जनता के मूल हितों से मेल खाता है।
(रूपा)