तिब्बत की जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी के उप प्रमुख शिंगत्सा तेंजिनचोद्रक के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने 7 से 11 अप्रैल तक अमेरिका की यात्रा की। मंडल के सदस्यों ने अमेरिकी कांग्रेस, अकादमी सस्थानों और समाज के विभिन्न जगत के प्रतिनिधियों के साथ की गई चर्चा में पिछले 50 सालों में तिब्बत में हुए बड़े परिवर्तन से रूबरू करवाया और सवालों के जवाब भी दिए।
सैन फ्रांसिस्को में तिब्बती प्रतिनिधिमंडल ने क्रमशः अमेरिकी रिपब्लिक और डेमोक्रेटिक पार्टी मूल के प्रतिनिधि सदन के सांसद डेविड जी वलाडो और माइक होंडा के साथ मुलाकात की और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व एशिया अध्ययन केन्द्र के विद्वानों और अमेरिका में रह रहे तिब्बती लोगों के साथ बातचीत की। शिंगत्सा तेंजिनचोद्रक ने कहा कि चीन और अमेरिका दोनों दुनिया में प्रभावशाली देश हैं। आशा है कि यात्रा के जरिए दोनों देशों के बीच मैत्री बढ़ेगी।
बोस्टन में तिब्बती प्रतिनिधिमंडल ने प्रतिनिधि सदन के डेमोक्रेटिक सांसद शीला जैक्सन ली के साथ मुलाकात की। मंडल के सदस्यों ने मुख्य तौर पर जातीय क्षेत्रीय स्व-शासन की व्यवस्था लागू होने के बाद तिब्बत में हुए परिवर्तन और हासिल उपलब्धियों से अवगत करवाया।
अमेरिका का मानना है कि तिब्बती प्रतिनिधिमंडल की यात्रा से दोनों देशों की जनता के बीच मैत्री अवश्य ही बढ़ेगी।
(ललिता)