हर दिन सुबह तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में पोताला महल के पूर्वी भाग में पहाह़ की तलहटी में चोंगच्याओ लूखांग नाम के पार्क में स्थानीय लोग एकत्र होकर मधुर गीत-संगीत पर तिब्बती जाति के क्वोच्वांग नृत्य करते हैं। इस पार्क में सुबह ल्हासा वासी थाईछी छुआन, एरोबिक्स और कसरत करते हैं। वे या तो जॉगिंग करते हैं, या मधुर संगीत पर नाचते हैं। वे मानते हैं कि सुबह का व्यायाम उनके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है।
60 वर्षीय ल्हासा वासी जाशी तुनचू इस सामूहिक क्वोच्वांग नृत्य करने वाले प्रमुख व्यक्ति हैं। उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया कि लगभग पांच साल पहले वे ल्हासा क्षेत्र में कुछ अन्य सेवानिवृत्त लोगों के साथ मिलकर इस पार्क में क्वोच्वांग नृत्य करने लगे थे। शुरुआत में मात्र दसेक लोग थे, धीरे-धीरे यह संख्या बढ़कर सौ से ज्यादा हो गई और आज हर रोज़ करीब पांच हज़ार लोग यहां इक्ट्ठा होकर क्वोच्वांग नृत्य करते हैं।
जाशी तुनचू ने कहा कि वर्तमान में ल्हासा में सेवानिवृत्त लोगों का जीवन बहुत आनंदमय और रंगारंग है। लेकिन उनमें से कई लोग गठिया, मधुमेह रोग और उच्च रक्तचाप आदि बीमारियों से पीड़ित हैं। लेकिन क्वोच्वांग नृत्य करने से उनकी सेहत को जरूर फायदा मिलेगा। इस तरह धीरे-धीरे ये सभी लोग पार्क में सुबह व्यायाम करने आने लगे हैं। जाशी तुनचू के विचार में क्वोच्वांग नृत्य करने से तिब्बती संस्कृति के विरासत में प्राप्त करते हुए इसे विकसित करने में भी मददगार सिद्ध होगा। उनका कहना है:
"वर्तमान में हमारे देश में संस्कृति का जोरदार विकास हो रहा है। हमारी तिब्बती संस्कृति के क्षेत्र में क्वोच्वांग नृत्य का इतिहास बहुत पुराना है। लेकिन आजकल अधिकतर लोग इसे कम ही करते हैं। मुझे लगता है कि यह आने वाली पीढ़ी के लिए अच्छी बात नहीं है। इस तरह हम यहां इक्ट्ठा होकर इस नृत्य को जिंदा रखने के लिए नाचते हैं।"
रोज़ क्वोच्वांग नृत्य करने के लिए जाशी तुनचू दूसरों की सेवा करने में सक्रिय हैं। वे खुद ही संगीत उपकरण का बंदोबस्त करते हैं और गीत-संगीत का चुनाव करते हैं। परिवार वाले उनका पूरा समर्थन करते हैं। इसकी चर्चा में जाशी तुनचू ने कहा:
"मेरी पत्नि और मेरा बेटा मेरा समर्थन करते हैं। बेटे ने कहा पापा, आपकी सेहत अच्छी बनी रहे और आपको खुशी मिलती रहे, तो चलिए, दूसरों के साथ खुब मज़ा कीजिए। उनके लिए अच्छी सेवा तैयार कीजिए।"
चोंगच्याओ लूखांग पार्क में जाशी चुनचू की तरह कई ल्हासा वासी हैं। वे उम्र से जवान तो नहीं है, पर उनका दिल जवान है। उनकी शारीरिक स्थिति बेहद अच्छी है। पार्क में सुबह कसरत और व्यायाम करने से उनका शारीरिक स्वास्थ्य अच्छे से अच्छा हो रहा है, बल्कि उनकी वृद्धावस्था अधिक रंगारंग हो गया है।
(श्याओ थांग)