ल्हासा के गानदेन मंदिर, द्रपंग मंदिर औऱ सेरा मंदिर समेत मुख्य मंदिरों के वरिष्ठ लामाओं ने 12 मार्च की रात एक बैठक की। गानदेन मंदिर के वरिष्ठ भिक्षु न्गावांग तेनछुंग ने बताया कि तिब्बती बौद्ध धर्म अब सामंजस्यपूर्ण विकास के सबसे अच्छे काल में प्रवेश कर चुका है।
न्गावांग तेनछुंग ने बताया कि आज सरकार हमारा बहुत ध्यान रखती है। सरकार मंदिर की मरम्मत करती है और भिक्षुओं के जीवन में मौजूद कठिनाईयों का समाधान भी करती है। भिक्षु किसी परेशानी के बिना साधना के काम में जुटे रहते हैं।
सेरा मंदिर के वरिष्ठ लामा टसी चेनछाई ने बताया कि तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद राष्ट्र की धार्मिक नीति तिब्बत में लागू हुई है। मंदिर की स्थिति निरंतर स्थिर बनी रहती है। जनता की धार्मिक स्वतंत्रता की पूरी गारंटी की जाती है। इसके साथ ही लामाओं के जीवन में भी बहुत सुधार हुआ है। तिब्बती बौद्ध धर्म का अभूतपूर्व विकास हुआ है।