ईरान को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी द्वारा प्रस्तुत परमाणु योजना संबंधित सवालों के जवाब की जांच के बजाए इसका जवाब देना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महा निदेशक युकिया अमानो ने 2 मार्च को यह बात कही।
उन्होंने उसी दिन वियना में आयोजित न्यूज ब्रीफिंग में कहा कि ईरान ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की मांग के अनुसार परमाणु योजना में मौजूद गंभीर सवालों को स्पष्ट करने के लिए संबंधित सूचनाएं नहीं दीं। इससे ईरान और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के बीच सहयोग की प्रगति धीमी है।
अब तक दो राजनयिक रास्ते से ईरान के परमाणु सवाल पर वार्ता की जा रही है। पहला, ढांचागत समझौता संपन्न करने के लिए ईरान और ईरान के परमाणु सवाल से संबंधित छह देशों के बीच सलाह मशविरा किया जा रहा है। दूसरा, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी और ईरान परमाणु योजना में संबंधित सवालों को स्पष्ट करने के लिए वार्ता की जा रही है।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने 2 मार्च को जिनेवा में आयोजित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 28वें सम्मेलन में हिस्सा लिया। इसके बाद संवाददाता सम्मलेन में उन्होंने कहा कि ईरान के परमाणु सवाल से संबंधित छह देशों को विश्वास है कि इस सवाल के समाधान का सबसे अच्छा तरीका है सर्वांगीण समझौता संपन्न किया जाना। लेकिन अब तक विभिन्न पक्षों ने किसी भी एक सवाल पर तथाकथित आंशिक समझौता संपन्न नहीं किया है।
(वनिता)