26 जनवरी को 66वें भारतीय गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में चीन स्थित भारतीय दूतावास ने पेइचिंग में एक भव्य सत्कार समारोह का आयोजन किया। चीनी विदेशमंत्री के सहायक ल्यू च्यानछाओ को भी इस समारोह में उपस्थित होने का निमंत्रण दिया गया था और वो समारोह में उपस्थित हुए। उन्होंने चीन स्थित भारतीय राजदूत अशोक कंठ के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर विचारों का आदान प्रदान किया।
सत्कार समारोह में भारतीय राजदूत अशोक कंठ अपने भाषण में कहा कि वर्ष 2014 में भारत और चीन के बीच उच्च स्तरीय आवाजाही बनी रही। विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग मज़बूत किया गया, द्विपक्षीय व्यापार और पूंजी निवेश का विस्तार किया गया। इसके साथ ही दोनों देशों ने राजनीतिक, रणनीतिक, प्रतिरक्षात्मक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में आदान प्रदान लगातार बढ़ाया। इस वर्ष भारत और चीन के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 65वीं वर्षगांठ है। भारत चीन के साथ द्विपक्षीय संबंध का सर्वांगीण विकास, क्षेत्रीय, बहुपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों पर मौजूद समान चुनौतियों का सामना करने के लिए चीन के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए रखेगा। भारत द्विपक्षीय सहयोग के दायरे का विस्तार करने को तैयार है। राजदूत कंठ के अनुसार दोनों देशों के नेताओं ने समान रूप से निश्चिय किया है कि वर्ष 2015 में चीन में"भारतीय पर्यटन वर्ष"मनाया जा रहा है। जबकि वर्ष 2016 में भारत में"चीनी पर्यटन वर्ष"का आयोजन होगा। इस अवसर पर दोनों देश सिलसिलेवार गतिविधियों के माध्यम से आपस में पर्यटन विकास को आगे बढ़ाएंगे।
यहां बता दें कि पेइचिंग स्थित विभिन्न देशों के राजनयिकों, चीन और भारत के विभिन्न तबकों के मित्रवत व्यक्तियों समेत करीब 600 लोग सत्कार समारोह में उपस्थित हुए। दोनों देशों के कलाकारों ने रंगबिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। (श्याओ थांग)
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