चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की 10 वीं तिब्बत स्वायत प्रदेश कमेटी के तीसरे पूर्णाधिवेशन से मिली खबर के अनुसार पिछले वर्ष तिब्बत में 71 प्रतिशत किसानों व चरवाहों के बच्चों ने परीक्षा पास कर विश्वविद्यालय में शिक्षा पाई। यह संख्या वर्ष 2013 से 10 प्रतिशत अधिक रही। भीतरी क्षेत्रों में तिब्बती छात्रों वाली कक्षा में 70 प्रतिशत के अनुपात से किसानों व चरवाहों के बच्चे विश्वविद्यालय में शामिल हैं।
तिब्बत स्वायत प्रदेश के शिक्षा विभाग के प्रधान मा शेंग छांग ने कहा कि चीन की केंद्र सरकार हमेशा मध्य और पश्चिमी चीन की शिक्षा पर ध्यान देती है, ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को विश्वविद्यालय में शिक्षा पाने के लिए समर्थन करती है। वर्ष 1985 से मुफ्त अनिवार्य शिक्षा पाने के आधार पर किसानों व चरवाहों के बच्चों को मुफ्त खाना खाने, रहने और शिक्षा खर्च देने की नीति अपनाई गई। इधर के वर्षों में इन नीतियों में सब्सिडी मापदंड लगातार उन्नत किया जा रहा है। अब तक इस नीति के अनुसार प्रति छात्र को हर वर्ष 2900 युआन मिलते हैं।
(वनिता)