तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अध्यक्ष लोजांग ग्याल्तसन ने 18 जनवरी को तिब्बत की दसवीं जन प्रतिनिधि सभा के तीसरे सम्मेलन में कार्य रिपोर्ट देते हुए नये साल में खुलापन बढ़ाने के कदम घोषित किये हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में दक्षिण एशिया मार्ग के निर्माण में तेज़ी लायी जाएगी, ताकि तिब्बत रेश्म मार्ग आर्थिक पट्टी, समुद्रीय रेशम मार्ग और बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार आर्थिक गलियारे से जुडेगा। साथ ही पैन-हिमालय आर्थिक पट्टी के निर्माण को भी बढ़ावा मिलेगा।
लोजांग ग्याल्तसन ने कहा कि वर्ष 2014 में तिब्बत के चीलोंग पोर्ट के ज़रिये चीन-नेपाल के बीच द्विपक्षीय खुलापन तय हुआ है। नेपाल के सहयोग से स्थापित हिमालय एयरलाइंस के माध्यम से तिब्बत एयरलाइंस को अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में प्रवेश करने में भी मदद मिली है।
तिब्बत विकास व सुधार आयोग के मुताबिक देश में विकास एवं खुलेपन की रणनीति लागू किये जाने के साथ-साथ तिब्बत के सामने स्वर्णिम मौके नजर आए हैं।
तिब्बत सरकार से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2015 में सीमापार पोर्टों का विकास मज़बूत किया जाएगा, यातोंग पोर्ट की बहाली पर विचार किया जाएगा और चीलोंग में चीन-नेपाल के सीमा पार आर्थिक क्षेत्र का निर्माण बढ़ाया जाएगा ।
(लिली)