एबोला के मुकाबले के लिए विभिन्न पक्षों को अपनी मदद के वादे पूरा करने की आवश्यकता है। पुनर्मिर्माण में प्रभावित देशों को सहायता दी जानी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र संघ स्थित चीनी स्थायी प्रतिनिधि ल्यू च्हयी ने 21 नवंबर को न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में उक्त बात कही।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उसी दिन सम्मलेन आयोजित किया। इसमें ल्यू च्हयी ने भाषण देते हुए आशा जतायी कि संयुक्त राष्ट्र संघ और विश्व स्वास्थ्य संगठन रोग की निगरानी व रोकथाम और बढ़ाएंगे, जल्द से जल्द डेटा एकत्र कर उनका विश्लेषण करेंगे और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की कोशिश का समन्वय करेंगे।
ल्यू च्हयी ने कहा कि एबोला के मुकाबले का कार्य नाजुक दौर से गुजर रहा है। चीन ने संबंधित विभिन्न पक्षों से जल्द से जल्द अपने वादे को पूरा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में एबोला के कारण राजनीति, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, समाज और जन-जीवन आदि क्षेत्रों में प्रभावित देशों को भारी झटका उठाना पड़ा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सार्वजनिक स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों के निर्माण में प्रभावित देशों को मदद देनी चाहिए, ताकि वे जल्द से जल्द शांति, स्थिरता व विकास के रास्ते पर वापस आ सके।
ल्यू च्हयी ने यह भी कहा कि चीनी जनता और अफ्रिका के लोगों की गहरी भावना है। अफ्रिका को सहायता देना हमारी अपरिहार्थ जिम्मेदारी व कर्तव्य है। चीन सरकार ने चार बैचों में कुल 75 करोड़ युआन की आपात सहायता दी, जो नये चीन की स्थापना के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे बड़ी सहायता कार्यवाही है।
(मीनू)