पिछले 20 वर्षों में एशिया और प्रशांत क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था का तेज गति से विकास एपेक पर निर्भर रहता है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री, एपेक के संस्थापक बॉब हॉक ने 7 नवंबर को पेइचिंग में आयोजित चाईना डे समिट में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि अब एशिया-प्रशांत क्षेत्रों के सामने नई चुनौतियां और अवसर मौजूद हैं। चीन के पुनरुत्थान और बढ़ रहे प्रभाव के चलते इन क्षेत्रों में चीन और अमेरिका के बीच प्रतिस्पर्द्धा और तीव्र होगी। इसलिए एशिया-प्रशांत क्षेत्रों में चीन के पुनरुत्थान के अनुरूप नई व्यवस्था स्थापित करना चाहिये।
बॉब हॉक ने कहा कि इस नई व्यवस्था को धन और शक्ति के वितरण का नया तरीका स्वीकार करने के साथ साथ चीन की अपेक्षा और एशिया-प्रशांत क्षेत्रों में अमेरिका का नेतृत्व व्यापकता से प्रतिबिंबित करना चाहिए, ताकि क्षेत्रों में समान समृद्धि और विकास हो सके।
गौरतलब है कि 300 से अधिक चीनी-विदेशी अतिथियों ने चाइना डे समिट में हिस्सा लिया। उन्होंने भविष्य के उन्मुख एशिया-प्रशांत साझेदारी की स्थापना, एशिया-प्रशांत आर्थिक और क्षेत्रीय एकीकरण, आधारभूत संस्थापनों के निर्माण पर विचार-विमर्श किया।
(ललिता)