अमेरिका स्थित चीनी राजदूत छ्वे थ्यानखाई ने 4 नवंबर को बताया कि चीन और अमेरिका के नेताओं के बीच पेईचिंग में होने वाली वार्ता का विशेष महत्व है।
चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग के निमंत्रण पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा एपेक के नेताओं के औपचारिक सम्मेलन में भाग लेने और चीन की यात्रा करने पेइचिंग आएंगे। छ्वे थ्यानखाई ने चीनी मीडिया से साक्षात्कार में कहा कि ओबामा 5 वर्ष के अंतराल के बाद एक बार फिर चीन की यात्रा करेंगे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान वार्ता में न केवल पिछले कुछ वर्षों में चीन-अमेरिका के बीच बड़े देशों के नये संबंधों के निर्माण में प्राप्त प्रगति को प्रोत्साहित किया जाएगा, बल्कि भविष्य में चीन-अमेरिका संबंधों को बढ़ाने का वादा भी दोहराया जाएगा और लक्ष्य तय किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका के बाच बढ़ती समान मांग और समान हित हैं। साथ ही दोनों देशों के बीच मतभेद भी मौजूद हैं। इन मतभेदों की वजह से दोनों देशों के बीच बड़े देशों के नये संबंधों के ढांचागत निर्माण की जरूरत है। आपसी सम्मान के आधार पर मतभेदों का निपटारा किया जाना चाहिए, ताकि संघर्ष और टकराव से बचा जा सके। (मीनू)