चीन और अमेरिका को नयी स्थिति में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और विश्व के बड़े देशों में सहयोग मजबूत करते हुए दोनों देशों के बीच बड़े देशों के नये संबंधों का निर्माण बढ़ाना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेइ ने 5 नवंबर को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में ये बात कही।
यह पूछे जाने पर कि अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने 4 नवंबर को जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी में चीन-अमेरिका संबंधों पर भाषण दिया। इसपर चीन का क्या विचार है।
होंग लेइ ने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 35 वर्षों के इतिहास से यह सिद्ध हुआ है कि चीन और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण समान हित और सहयोग की व्यापक गुंजाइश हैं। नयी स्थिति में दोनों पक्षों को द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर सहयोग बढ़ाना और एशिया-प्रशांत क्षेत्र, विश्व की शांति, स्थिरता औऱ समृद्धि बनाए रखना चाहिए। दोनों देशों के बीच संस्कृति, सामाजिक व्यवस्था और आर्थिक विकास का स्तर अलग है। इस लिए यह बहुत सामान्य है कि चीन और अमेरिका के बीच मतभेद मौजूद हैं। दोनों देशों को एक दूसरे का सम्मान करते हुए मतभेदों को दर किनार कर समानताओं की खोज करना चाहिए और रचनात्मक तरीकों से मतभेदों का निपटारा करना चाहिए।
होंग लेइ ने कहा कि चीन एपेक सम्मेलन में भाग लेने और चीन की यात्रा पर आने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा का स्वागत करता है। आशा है कि दोनों पक्ष वर्तमान यात्रा में सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति के लिये समान प्रयास करेंगे। (मीनू)