एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग संगठन यानी एपेक के नेताओं का 22वां औपचारिक सम्मेलन पेइचिंग में आयोजित होगा। चीन 13 साल के अंतराल के बाद एक बार फिर एपेक का मेज़बान देश बना है।
वर्तमान सम्मलेन की थीम है भविष्य के लिए एशिया-प्रशांत साझेदारी संबंधों का सम्मान निर्माण। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने हाल ही में कहा कि वर्तमान सम्मलेन में तीन क्षेत्रों में प्रगति होने की संभावना है। जनमत है कि वर्तमान सम्मेलन में खुले एशिया-प्रशांत आर्थिक ढांचे को बढ़ाया जाएगा और एपेक के भविष्य विकास के बारे में योजना बनायी जाएगी, जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र के दीर्घकालिक विकास पर प्रभाव डालेगा।
पहला फोकस, एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापर क्षेत्र की प्रक्रिया से नये मौके मिलेंगे। दूसरा फोकस, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के भविष्य आर्थिक विकास में नयी शक्ति का संचार किया जाएगा। तीसरा फोकस, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के व्यापक आपसी संपर्क का खाका तैयार किया जाएगा।
चीनी राष्ट्रीय विकास बैंक के अनुसंधान प्रतिष्ठान के प्रधान त्साओ होंगहुई ने कहा कि क्षेत्रीय आपसी संपर्क से लोगों की आवाजाही व माल के प्रचलन की लागत कम की जाएगी। एशियाई बुनियादी सुविधा निवेश बैंक के वित्तीय समर्थन में एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं के आपसी संपर्क का तेज विकास होगा, जिससे व्यापार व पूंजी-निवेश का उदारीकरण व सरलीकरण बढ़ाया जाएगा।
(मीनू)