चीन, भारत, सिंगापुर समेत 21 देशों के वित्त मंत्रियों व प्राधिकृत प्रतिनिधियों ने 24 अक्तूबर को पेइचिंग के ग्रेट हॉल में एशियाई बुनियादी सुविधा निवेश बैंक स्थापित होने के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये। यह चीन की पहल में स्थापित एशियाई क्षेत्र की नयी बहुपक्षीय विकास संस्थान के तैयारी कार्य के नये दौर शुरू होने का द्योतक है।
उसी दिन एशियाई बुनियादी सुविधा निवेश बैंक के निर्माण के ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाले देशों में बांग्लादेश, ब्रुनेई, कंबोडिया, चीन, भारत, नेपाल, पाकिस्तान, सिंगापुर, श्रीलंका, उजबेकिस्तान, वियतनाम आदि 21 देश शामिल रहे।
बताया जाता है कि एशियाई बुनियादी सुविधा निवेश बैंक सरकारों के बीच बहुपक्षीय विकास संस्थान है, जो मुख्य रूप से बुनियादी सुविधाओं के निर्माण में समर्थन देता है। इसका मुख्यालय पेइचिंग में स्थित है और विधिक पूंजी 1 खरब डॉलर है।
चीनी वित्त मंत्री लो चीवेइ ने कहा कि वर्तमान में सभी संभव संपातक देशों ने अपने देश की जीडीपी को शेयर के वितरण का आधार बनाने पर सहमति जतायी। इसलिए चीन सबसे ज्यादा शेयर होल्डिंग करेगा। लेकिन एशियाई बुनियादी सुविधा निवेश बैंक के सदस्य देशों की संख्या बढ़ने के साथ साथ चीन के शेयरों का अनुपात कम होगा।
योजना के अनुसार वर्ष 2015 में संबंधित वार्ता व हस्ताक्षरण कार्य समाप्त होगा। इस तरह एशियाई बुनियादी सुविधा निवेश बैंक वर्ष 2015 के अंत से पहले काम चलाएगा।
(मीनू)