चीन के मुखपत्र जन दैनिक ने 30 जुलाई को सख्त पार्टी प्रशासन पर दृढ़ता से रहना नाम का टिप्पणीकारी आलेख जारी किया है। इसमें कहा गया है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने सीपीसी के पोलित ब्यूरो के स्थाई समिति के पूर्व सदस्य चोउ युंग खांग के विरुद्ध पार्टी अनुशासन के गंभीर उल्लंघन का मामला दर्ज कर इसकी जांच करने का फैसला किया है। इससे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के आत्मसुधार का राजनीतिक साहस दिखाई देता है। इससे यह भी पता चलता है कि सीपीसी को देश का प्रशासन के लिए पहले पार्टी प्रशासन चलाने और पार्टी प्रशासन में सख्ती बरतने का दृढ़ता से पालन किया है।
आलेख में कहा गया है कि चोउ योंग खांग मामले की जांच करने से यह एक बार फिर पता चलता है कि पार्टी अनुशासन के समक्ष सभी बराबर हैं और पार्टी का कोई भी विशेष सदस्य नहीं है। चीन में पार्टी के अनुशासन और देश के कानून के बाहर पार्टी सदस्य मौजूद नहीं हैं।
आलेख में कहा गया है कि चीनी मामलों के अच्छे निपटारे की कुंजी सीपीसी है। मज़बूत पार्टी के निर्माण में सख्ती बरती जानी चाहिए। 8 करोड़ 60 लाख से अधिक सदस्यों वाली और 1 अरब 30 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में लंबे समय तक सत्तारूद्ध बने रहने की पार्टी के नाते पार्टी निर्माण में कोई ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए।