संयुक्तराष्ट्र संघ के विकास और योजना ब्यूरो द्वारा जारी वर्ष 2014 मानव विकास रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका मानव विकास की सूची में दक्षिण एशिया में पहले स्थान पर रहा, जो दक्षिण एशिया में एकमात्र विश्व की औसत सूची पार करने वाला देश है, वह सभी 187 देशों में 73वें स्थान पर रहा। श्रीलंका के कोलम्बो पेज़ की वेइबसेइट पर 24 जुलाई को यह रिपोर्ट जारी की गई है।
रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण एशिया में सबसे बड़ी समस्या गरीबी है, जहां कुल मिलाकर 80 करोड़ गरीब लोग और 27 करोड़ गरीबी की सीमा रेखा के निकट रहने वाले लोग रहते हैं, जो पूरे दक्षिण एशिया की जनसंख्या का 71 प्रतिशत है।
साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दक्षिण एशिया के अन्य देशों की तरह श्रीलंका में भी औपनिवेशीकरण का इतिहास रहा है, और इसके बाद कई वर्षों तक घरेलू युद्ध भी जारी था, लेकिन अब पूरे देश में सर्वलौकिक शिक्षा और चिकित्सा बीमा लागू है। इसके अलावा और कुछ कारण हैं, इन सभी कारणों से श्रीलंका को उच्च स्तरिय मानव विकास की सूची वाले देशों में शमिल किया गया है।
(रमेश)